गुप्त आशिक़: प्यार बेनक़ाब 22
हाई स्कूल के पहले साल में, उस महिला की एक करिश्माई और आत्मविश्वासी वारिस से मुलाकात हुई, जो हाल ही में उसके स्कूल में ट्रांसफर होकर आया था। वह जल्द ही उस पर गहरा आकर्षण महसूस करने लगी। लेकिन परिवारों के अंतर और अपनी गहरी असुरक्षाओं के कारण,उसने अपने जज़्बात तीन लंबे सालों तक दिल में ही दबाए रखे। अचानक, जब उसने उसी कॉलेज में दाखिला पाने के लिए जी-जान लगा दी, तो उसने फिर से मिलने की उम्मीद नहीं की थी। मगर क़िस्मत ने फिर से करवट ली। वह अचानक उसकी ज़िंदगी में लौटा, लगातार उसकी देखभाल करता रहा और उसे स्नेह से सराबोर करता रहा। हर गुजरते दिन के साथ,उसके लिए अपने जज़्बात छुपाना और मुश्किल होता गया। वह खुद को खुशनसीब समझने ही लगी थी कि, एक सच्चाई ने उसकी दुनिया हिला दी। वह पहले से किसी और का था।उसकी एक गर्लफ्रेंड थी।